जब बात व्रत या उपवास में खाने की आती है, तो अक्सर हम स्वादिष्ट विकल्पों की तलाश में रहते हैं। ऐसे में, साबूदाना वड़ा एक ऐसा व्यंजन है जो व्रत के नियमों का पालन करते हुए भी आपकी स्वाद कलिकाओं को पूरी तरह संतुष्ट करता है! यह महाराष्ट्र का एक बहुत ही लोकप्रिय और पारंपरिक स्नैक है, जो बाहर से कुरकुरा और अंदर से नरम होता है। उबले आलू, भीगे हुए साबूदाना, मूंगफली और हरी मिर्च के साथ मिलकर यह एक ऐसा लाजवाब स्वाद देता है जिसे खाकर आप भूल जाएंगे कि यह व्रत का खाना है।
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साबूदाना वडा |
साबूदाना वड़ा बनाना थोड़ा ट्रिकी लग सकता है, लेकिन अगर आप कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो आप भी एकदम परफेक्ट, नॉन-ऑयली और कुरकुरे वड़े बना सकते हैं। यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का एक बेहतरीन स्रोत है, जो आपको व्रत के दौरान ऊर्जावान रखता है। इसे अक्सर हरी चटनी (व्रत वाली), दही या चाय के साथ परोसा जाता है।
स्वादिष्ट और क्रिस्पी साबूदाना वड़ा बनाने की विधि:
- सामग्री:
- साबूदाना (मध्यम आकार का) – 1 कप
- आलू – 2 मध्यम आकार के (उबले, छिले और मैश किए हुए)
- मूंगफली – ½ कप (भुनी हुई और दरदरी कुटी हुई)
- हरी मिर्च – 2-3 (बारीक कटी हुई, स्वादानुसार)
- अदरक – 1 इंच का टुकड़ा (कद्दूकस किया हुआ या बारीक कटा हुआ, वैकल्पिक)
- कड़ी पत्ता – 8-10 (बारीक कटा हुआ, वैकल्पिक)
- नींबू का रस – 1 बड़ा चम्मच
- सिंघाड़े का आटा या राजगीरा आटा – 1 बड़ा चम्मच (बांधने के लिए, वैकल्पिक)
- सेंधा नमक – स्वादानुसार (व्रत के लिए)
- बारीक कटा हरा धनिया – 2 बड़े चम्मच
- तेल – तलने के लिए
- बनाने की विधि:
- साबूदाना भिगोएं:
- साबूदाना को अच्छी तरह धो लें।
- इसे एक कटोरे में डालें और इतना पानी डालें कि साबूदाना बस 1 इंच पानी में डूब जाए। (पानी ज़्यादा न डालें, वरना साबूदाना चिपचिपा हो जाएगा)।
- इसे कम से कम 4-5 घंटे या रात भर के लिए भिगो दें।
- भिगोने के बाद, साबूदाना नरम और फूला हुआ होना चाहिए और कोई अतिरिक्त पानी नहीं होना चाहिए। यदि पानी बचा है, तो उसे सावधानी से निकाल दें।
- मूंगफली तैयार करें:
- मूंगफली को एक पैन में धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक वे कुरकुरी न हो जाएं और उनके छिलके उतरने न लगें।
- ठंडा होने पर उनके छिलके हटा दें और उन्हें मिक्सर ग्राइंडर में दरदरा पीस लें।
- वड़े का मिश्रण तैयार करें:
- एक बड़े कटोरे में भिगोया हुआ साबूदाना, मैश किए हुए आलू, दरदरी कुटी हुई मूंगफली, बारीक कटी हरी मिर्च, अदरक (यदि उपयोग कर रहे हैं), कड़ी पत्ता (यदि उपयोग कर रहे हैं), नींबू का रस, सेंधा नमक, और हरा धनिया डालें।
- सभी सामग्री को हाथ से अच्छी तरह मिलाएं और गूंद लें ताकि एक नरम और बंधने वाला मिश्रण तैयार हो जाए। यदि मिश्रण बहुत चिपचिपा लग रहा है, तो 1 बड़ा चम्मच सिंघाड़े का आटा या राजगीरा आटा डाल सकते हैं।
- वड़े बनाएं:
- अपने हाथों को हल्का सा तेल से चिकना करें। मिश्रण का थोड़ा सा हिस्सा लें और उसे गोल आकार दें। फिर हथेली से हल्का दबाकर चपटा वड़े का आकार दें। किनारों को चिकना कर लें।
- इसी तरह सभी वड़े तैयार कर लें।
- वड़े तलें:
- एक गहरी कड़ाही में तलने के लिए पर्याप्त तेल गरम करें। तेल मध्यम गरम होना चाहिए। (तेल ज़्यादा गरम होने पर वड़े बाहर से जल जाएंगे और अंदर से कच्चे रहेंगे, और ठंडा होने पर तेल सोख लेंगे।)
- तेल गरम होने पर, आंच को मध्यम कर दें और सावधानी से तैयार वड़ों को तेल में डालें। एक बार में उतने ही वड़े तलें जितने आसानी से कड़ाही में आ जाएं।
- वड़ों को सुनहरा भूरा और कुरकुरा होने तक तलें। बीच-बीच में पलटते रहें ताकि वे हर तरफ से अच्छे से पक जाएं। प्रत्येक बैच के लिए लगभग 5-7 मिनट लगेंगे।
- तले हुए वड़ों को किचन पेपर पर निकाल लें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए।
- परोसें:
- आपके गरमागरम और कुरकुरे साबूदाना वड़ा तैयार हैं!
- इन्हें दही, व्रत वाली हरी चटनी या चाय के साथ गरमागरम परोसें और इसका मज़ा लें।
- साबूदाना भिगोना: यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है। पानी की मात्रा बिल्कुल सही होनी चाहिए (बस साबूदाना के स्तर से थोड़ा ऊपर)। ज़्यादा पानी से वड़ा चिपचिपा हो जाएगा।
- आलू की नमी: उबले हुए आलू में नमी ज़्यादा नहीं होनी चाहिए। आप उन्हें उबालने के बाद थोड़ी देर खुला छोड़ सकते हैं ताकि नमी सूख जाए।
- तलने का तापमान: तेल का तापमान बहुत ज़रूरी है। मध्यम गरम तेल में तलने से वड़े अंदर तक पकते हैं और बाहर से कुरकुरे होते हैं।
- आप चाहें तो मिश्रण में बारीक कटा अदरक और कड़ी पत्ता भी डाल सकते हैं, इससे स्वाद और खुशबू दोनों बढ़ेंगे।
साबूदाना वड़ा सिर्फ एक व्रत का व्यंजन नहीं, यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक स्नैक है जिसका आनंद कभी भी लिया जा सकता है। इसे आज ही अपनी रसोई में बनाएं और इस क्लासिक भारतीय नाश्ते का लुत्फ उठाएं!
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