जब बात भारतीय मिठाइयों की आती है, तो खीर का नाम सबसे पहले आता है। यह एक ऐसी मिठाई है जो हर शुभ अवसर, त्योहार और खास पल का हिस्सा होती है। लेकिन क्या आपने कभी पारंपरिक चीनी वाली खीर के बजाय गुड़ की खीर ट्राई की है? यह न केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि चीनी की तुलना में ज़्यादा सेहतमंद भी मानी जाती है। गुड़ की अपनी एक अलग ही मिट्टी की खुशबू और गहरा स्वाद होता है, जो दूध और चावल के साथ मिलकर एक अद्भुत और अनोखा अनुभव देता है।
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गुड़ की खीर |
गुड़ की खीर खासकर सर्दियों में या त्योहारों पर बनाई जाती है, क्योंकि गुड़ शरीर को गर्मी और ऊर्जा देता है। यह आयरन से भरपूर होता है और पाचन में भी मदद करता है। इसे बनाना भी उतना ही आसान है जितना चीनी वाली खीर को, बस कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है ताकि खीर फटे नहीं।
स्वादिष्ट और पौष्टिक गुड़ की खीर बनाने की विस्तृत विधि:
- सामग्री:
- बासमती चावल – ¼ कप (पुराने चावल बेहतर रहते हैं, अच्छी तरह धोकर 20-30 मिनट के लिए भिगो दें)
- दूध – 1 लीटर (फुल क्रीम दूध बेहतर रहेगा, इससे खीर ज़्यादा मलाईदार बनती है)
- गुड़ – ½ कप (कद्दूकस किया हुआ या छोटे टुकड़ों में कटा हुआ, अपनी मिठास की पसंद के अनुसार)
- हरी इलायची पाउडर – ½ चम्मच
- केसर के धागे – 8-10 (2 बड़े चम्मच गरम दूध में भिगोए हुए, वैकल्पिक लेकिन स्वाद और रंग बढ़ाता है)
- बारीक कटे मेवे (बादाम, पिस्ता, काजू) – 2-3 बड़े चम्मच (सजावट के लिए कुछ बचा लें)
- किशमिश – 1 बड़ा चम्मच (वैकल्पिक)
बनाने की विधि:
- चावल तैयार करें:
- बासमती चावल को अच्छी तरह धोकर 20-30 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। भिगोने से चावल जल्दी पकते हैं और खीर ज़्यादा क्रीमी बनती है।
- भिगोने के बाद, चावल से पानी निकाल दें और हल्के हाथों से उन्हें थोड़ा सा मसल लें या तोड़ लें। इससे खीर ज़्यादा गाढ़ी और मलाईदार बनती है।
- दूध और चावल पकाएं:
- एक बड़े और भारी तले वाले बर्तन या कड़ाही में दूध डालें।
- दूध को मध्यम आंच पर उबालने के लिए रखें। जब दूध में एक उबाल आ जाए, तो आंच धीमी कर दें।
- उबलते हुए दूध में भीगे हुए और मसले हुए चावल डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
- आंच को बिल्कुल धीमा कर दें और खीर को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं। ध्यान रहे कि खीर बर्तन के तले में लगे नहीं।
- खीर को तब तक पकाएं जब तक कि चावल पूरी तरह से नरम न हो जाएं और दूध गाढ़ा होकर अपनी मूल मात्रा का लगभग आधा न रह जाए। इसमें लगभग 45-60 मिनट लग सकते हैं।
- बीच-बीच में बर्तन के किनारों पर जमी मलाई को खुरच कर खीर में मिलाते रहें, इससे खीर का स्वाद और मलाईदारपन बढ़ेगा।
- गुड़ का घोल बनाएं:
- जब खीर पक रही हो, तब एक छोटे पैन में कद्दूकस किया हुआ गुड़ और 2-3 बड़े चम्मच पानी डालें।
- इसे धीमी आंच पर तब तक गरम करें जब तक गुड़ पूरी तरह पिघल न जाए और एक गाढ़ा घोल न बन जाए। इसे उबालना नहीं है।
- गैस बंद कर दें और इस गुड़ के घोल को थोड़ा ठंडा होने दें।
- ज़रूरी टिप: गर्म दूध में सीधे गुड़ डालने से दूध फट सकता है। इसलिए, गुड़ को अलग से पिघलाकर थोड़ा ठंडा कर लें और खीर को आंच से उतारने के बाद ही डालें।
- स्वाद और मेवे मिलाएं:
- जब खीर गाढ़ी और चावल नरम हो जाएं, तो गैस बंद कर दें।
- अब इसमें हरी इलायची पाउडर, भीगे हुए केसर के धागे और किशमिश (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालें।
- बारीक कटे मेवे (थोड़े से सजावट के लिए बचा लें) डालें।
- आखिर में, आंच से हटाए हुए खीर में धीरे-धीरे पिघला हुआ और हल्का ठंडा किया हुआ गुड़ का घोल डालें। अच्छी तरह मिलाएं।
- परोसें:
- गुड़ की खीर को कमरे के तापमान पर ठंडा होने दें, या फिर फ्रिज में 1-2 घंटे के लिए ठंडा करके परोसें। ठंडी खीर भी बहुत स्वादिष्ट लगती है।
- सर्विंग बाउल में निकालें और बचे हुए बारीक कटे मेवों से सजाकर परोसें।
कुछ ज़रूरी टिप्स:
- दूध फटने से कैसे रोकें: यह सबसे महत्वपूर्ण टिप है। खीर में गुड़ तब डालें जब खीर पूरी तरह पक जाए और आपने उसे आंच से हटा दिया हो। गुड़ को भी अलग से पिघलाकर हल्का ठंडा कर लें। गर्म दूध और गर्म गुड़ का सीधा संपर्क दूध को फाड़ सकता है।
- खीर को हमेशा धीमी आंच पर पकाएं, इससे स्वाद बेहतर आता है और जलने का डर कम होता है।
- खीर को बीच-बीच में चलाते रहना बहुत ज़रूरी है ताकि यह तले में न लगे और दूध ऊपर न आए।
- आप अपनी पसंद के अनुसार मेवों की मात्रा और प्रकार बदल सकते हैं।
- गुड़ की मिठास अलग-अलग हो सकती है, इसलिए स्वादानुसार एडजस्ट करें।
गुड़ की खीर सिर्फ एक स्वादिष्ट मिठाई नहीं, यह परंपरा, सेहत और स्वाद का एक ऐसा अनूठा मिश्रण है जो आपको हर निवाले में संतुष्टि देगा। इसे आज ही अपनी रसोई में बनाएं और इस क्लासिक भारतीय मिठाई का आनंद लें!
क्या आपको गुड़ की खीर पसंद है? आपने इसे कब बनाया था? हमें टिप्पणियों में बताएं!
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