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त्यौहारों में मालपुआ बनाने का सही तरीका

त्यौहारों में मालपुआ बनाने का सही तरीका

मालपुआ: भारतीय पकवानों का एक मीठा और सुनहरा आनंद!

भारत में त्यौहार हों या कोई खास मौका, मीठे पकवानों के बिना हर खुशी अधूरी लगती है। ऐसे ही एक पारंपरिक और बेहद पसंद किए जाने वाले पकवान का नाम है मालपुआ। यह एक तरह का मीठा पैनकेक है, जिसे आटे और दूध के घोल से बनाकर, घी में तला जाता है और फिर चाशनी में डुबोया जाता है। इसका सुनहरा रंग, कुरकुरी बाहरी परत और अंदर से नरम, रसीला स्वाद इसे एक लाजवाब व्यंजन बनाता है।

To make sweetened pancakes, mix 1 cup of flour with 2 tablespoons of sugar. Add a teaspoon of baking powder and a pinch of salt. Pour in 1 cup of milk and 1 beaten egg. Stir until the batter is smooth. For extra flavor, add a splash of vanilla extract. Heat a non-stick pan over medium heat. Pour batter in small circles. Cook until bubbles form on top, then flip. Cook the other side for about a minute. Serve with syrup, honey, or fruit. These pancakes are quick, sweet, and perfect for breakfast.
मालपुआ


मालपुआ कई राज्यों में अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है, जैसे राजस्थान में इसे रबड़ी या मावे के साथ पसंद किया जाता है, तो ओडिशा में यह 'आमलेट' के नाम से भी जाना जाता है और पूजा-पाठ में विशेष महत्व रखता है।
आइए, जानते हैं

मालपुए को बनाने की आसान विधि:

  • सामग्री:
    • मैदा: 1 कप
    • सूजी: 2 बड़े चम्मच (बारीक वाली)
    • दूध: 1 कप (या आवश्यकतानुसार, घोल बनाने के लिए)
    • सौंफ: 1 छोटा चम्मच (कुटी हुई)
    • इलायची पाउडर: 1/2 छोटा चम्मच
    • चीनी: 1/4 कप (घोल के लिए, वैकल्पिक)
    • घी/तेल: तलने के लिए
  • चाशनी के लिए:
    • चीनी: 1 कप
    • पानी: 1/2 कप
    • इलायची: 2-3 (कुटी हुई)
    • केसर के धागे: 5-6 (वैकल्पिक, रंग और सुगंध के लिए)
  • गार्निश के लिए:
    • बारीक कटे मेवे: बादाम, पिस्ता
    • मावा/रबड़ी: (वैकल्पिक)

विधि:

  • मालपुए का घोल तैयार करें:
    • एक बड़े कटोरे में मैदा और सूजी लें।
    • इसमें सौंफ और इलायची पाउडर डालें। यदि आप घोल में थोड़ी मिठास चाहते हैं, तो 1-2 चम्मच चीनी भी मिला सकते हैं (पूरी मिठास चाशनी से आएगी)।
    • धीरे-धीरे दूध डालते हुए चिकना घोल तैयार करें। घोल न तो बहुत गाढ़ा होना चाहिए और न ही बहुत पतला। इसकी कंसिस्टेंसी पकौड़े के घोल जैसी होनी चाहिए, जो चम्मच से गिराने पर आसानी से गिरे।
    • घोल को 30 मिनट से 1 घंटे के लिए ढककर रख दें। इससे सूजी फूल जाएगी और मालपुए नरम बनेंगे।
  • चाशनी तैयार करें:
    • एक सॉस पैन में चीनी और पानी लें।
    • मध्यम आंच पर चीनी घुलने तक पकाएं।
    • इसमें कुटी हुई इलायची और केसर के धागे (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालें।
    • चाशनी को तब तक पकाएं जब तक यह थोड़ी चिपचिपी न हो जाए (एक तार की चाशनी की आवश्यकता नहीं है)। आंच बंद कर दें और चाशनी को हल्का गरम रहने दें।
  • मालपुए तलें:
    • एक भारी तले वाली कड़ाही या पैन में पर्याप्त मात्रा में घी या तेल गरम करें। घी में तले हुए मालपुए ज्यादा स्वादिष्ट बनते हैं।
    • जब घी मध्यम गरम हो जाए, तो एक बड़ा चम्मच घोल लें और धीरे से गरम घी में डालें। घोल अपने आप फैलकर गोल आकार ले लेगा।
    • एक बार में 2-3 मालपुए ही तलें, ताकि वे एक-दूसरे से चिपकें नहीं।
    • मध्यम आंच पर मालपुए को दोनों तरफ से सुनहरा भूरा और कुरकुरा होने तक तलें।
    • तले हुए मालपुए को एक झर की मदद से निकालें और अतिरिक्त घी निकालने के लिए कुछ सेकंड के लिए सीधा पकड़ें।
  • चाशनी में डुबोएं:
    • गरमागरम तले हुए मालपुए को तुरंत हल्की गरम चाशनी में डालें।
    • मालपुए को चाशनी में 1-2 मिनट के लिए डुबोकर रखें, ताकि वे अच्छी तरह से चाशनी सोख लें।
    • चाशनी से निकालकर एक प्लेट में रखें।
  • परोसें:
    • मालपुए को बारीक कटे मेवों से गार्निश करें।
    • आप इन्हें रबड़ी या मावे के साथ भी परोस सकते हैं, जो इनके स्वाद को और बढ़ा देगा।
    • मालपुए गरम या हल्के गरम ही सबसे स्वादिष्ट लगते हैं।

कुछ ज़रूरी बातें:

  • घोल की कंसिस्टेंसी सही होनी बहुत ज़रूरी है। अगर घोल बहुत पतला होगा, तो मालपुए फैल जाएंगे, और अगर बहुत गाढ़ा होगा, तो वे सख्त बनेंगे।
  • मालपुए को मध्यम आंच पर ही तलें। तेज आंच पर वे बाहर से जल जाएंगे और अंदर से कच्चे रह जाएंगे।
  • चाशनी बहुत गाढ़ी नहीं होनी चाहिए, वरना मालपुए चाशनी को अच्छी तरह से सोख नहीं पाएंगे।
  • आप अपनी पसंद के अनुसार घोल में grated नारियल या केले का गूदा भी डाल सकते हैं, जिससे मालपुए का स्वाद और टेक्सचर अलग हो जाएगा।

मालपुआ सिर्फ एक मिठाई नहीं, बल्कि भारत की समृद्ध पाक परंपरा का एक प्रतीक है। इसकी हर बाइट में मिठास, सौंफ की खुशबू और देसी घी का स्वाद मिलकर एक अद्भुत अनुभव देते हैं। तो इस बार किसी खास मौके पर या सिर्फ अपने मन को खुश करने के लिए इस पारंपरिक व्यंजन को ज़रूर बनाएं और अपनों के साथ इसका आनंद लें!

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