जंगली पालक (Wild Spinach) की परंपरागत सब्जी
जंगली पालक, जिसे अक्सर 'वाइल्ड स्पिनच' या स्थानीय भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, प्रकृति का एक अनमोल उपहार है. यह सामान्य पालक की तुलना में अधिक पौष्टिक और स्वाद में थोड़ा तीखा होता है, जो इसे एक अनोखा व्यंजन बनाने के लिए उपयुक्त बनाता है. यह विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में आसानी से पाया जाता है और आयुर्वेद में भी इसके कई औषधीय गुणों का वर्णन है. इस सब्ज़ी को बनाना जितना आसान है, यह उतनी ही स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक भी होती है.
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Wild Spinach |
यह रेसिपी किसके लिए है?
यह रेसिपी उन सभी के लिए है जो:
- एक नया और पौष्टिक व्यंजन आज़माना चाहते हैं.
- पारंपरिक भारतीय सब्ज़ियों के शौकीन हैं.
- कम समय में स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक भोजन बनाना चाहते हैं.
- शाकाहारी और ग्लूटेन-फ्री विकल्प तलाश रहे हैं.
जंगली पालक के स्वास्थ्य लाभ:
जंगली पालक विटामिन ए, सी, और के, फोलेट, आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. यह पाचन में सुधार करता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है. इसके पत्तों में कुछ कड़वाहट होती है, जो इसे लिवर के लिए भी फायदेमंद बनाती है.
सामग्री (4 लोगों के लिए):
- जंगली पालक: 500 ग्राम (लगभग 2 गुच्छे), अच्छी तरह से साफ किया हुआ और बारीक कटा हुआ
- प्याज: 1 मध्यम आकार का, बारीक कटा हुआ
- लहसुन: 6-7 कलियां, बारीक कटी हुई या कुटी हुई
- हरी मिर्च: 2-3 (अपने स्वाद के अनुसार), बारीक कटी हुई
- टमाटर: 1 मध्यम आकार का, बारीक कटा हुआ (वैकल्पिक, स्वाद को संतुलित करने के लिए)
- अदरक: 1 इंच का टुकड़ा, कद्दूकस किया हुआ या बारीक कटा हुआ
- सरसों का तेल: 2 बड़े चम्मच (आप अपनी पसंद का कोई भी तेल इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन सरसों का तेल इसका स्वाद बढ़ा देता है)
- हींग: एक चुटकी
- जीरा: 1 चम्मच
- हल्दी पाउडर: ½ चम्मच
- धनिया पाउडर: 1 चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर: ½ चम्मच (अपने स्वाद के अनुसार)
- गरम मसाला: ½ चम्मच
- नमक: स्वादानुसार
- पानी: ¼ कप (आवश्यकतानुसार)
बनाने की विधि:
चरण 1: जंगली पालक को साफ करना और तैयार करना
यह सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है, क्योंकि जंगली पालक में मिट्टी और रेत हो सकती है.
- छँटाई: जंगली पालक के डंठलों से केवल पत्ते तोड़ लें. अगर कुछ छोटे और मुलायम डंठल हों, तो उन्हें भी इस्तेमाल कर सकते हैं. पीले या खराब पत्तों को हटा दें.
- धुलाई: पत्तों को एक बड़े कटोरे में ठंडे पानी में डालें और धीरे-धीरे हिलाएं ताकि सारी मिट्टी नीचे बैठ जाए. पानी बदलें और इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं, जब तक कि पानी पूरी तरह साफ न दिखने लगे.
- सूखना: पत्तों को एक छलनी में निकालकर पानी निकलने दें या किचन टॉवल पर फैलाकर हल्का सूखा लें. इससे पालक को काटने में आसानी होगी.
- काटना: पत्तों को बारीक काट लें. आप चाहें तो उन्हें थोड़ा मोटा भी काट सकते हैं, क्योंकि पकने के बाद ये सिकुड़ जाते हैं.
चरण 2: सब्ज़ी के लिए तड़के की तैयारी
- एक भारी तले की कड़ाही या पैन को मध्यम आंच पर गरम करें.
- इसमें सरसों का तेल डालें. जब तेल गरम हो जाए और हल्का धुआं निकलने लगे (सरसों के तेल के लिए यह ज़रूरी है), तो आंच धीमी कर दें.
- हींग और जीरा डालें. जीरा जब सुनहरा होने लगे और चटकने लगे, तो तुरंत अगला सामग्री डालें ताकि वह जले नहीं.
- बारीक कटा हुआ लहसुन और अदरक डालें. इन्हें सुनहरा होने तक भूनें. ध्यान रहे कि लहसुन जले नहीं, अन्यथा स्वाद कड़वा हो जाएगा.
- बारीक कटा हुआ प्याज डालें और इसे सुनहरा भूरा होने तक भूनें. प्याज को अच्छे से भूनना ज़रूरी है, क्योंकि यह सब्ज़ी को मिठास और गहराई देता है.
- हरी मिर्च डालें और एक मिनट के लिए भूनें.
- कटा हुआ टमाटर (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालें और नरम होने तक पकाएं. आप इसे चम्मच से हल्का मैश कर सकते हैं ताकि यह ग्रेवी में अच्छी तरह मिल जाए.
चरण 3: मसाले डालना
- जब प्याज और टमाटर अच्छे से भून जाएं, तो आंच धीमी कर दें.
- हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, और लाल मिर्च पाउडर डालें.
- मसालों को 30-60 सेकंड के लिए भूनें, जब तक कि उनकी खुशबू न आने लगे. ध्यान रहे कि मसाले जलें नहीं, इसलिए यदि आवश्यक हो तो 1-2 चम्मच पानी डाल सकते हैं.
चरण 4: जंगली पालक को पकाना
- कटा हुआ जंगली पालक कड़ाही में डालें. पहले यह बहुत ज़्यादा लगेगा, लेकिन जैसे ही यह गरम होगा, यह सिकुड़ना शुरू कर देगा.
- नमक डालें. नमक डालते ही पालक पानी छोड़ना शुरू कर देगा.
- अच्छी तरह मिलाएं ताकि पालक मसालों के साथ अच्छी तरह मिल जाए.
- कड़ाही को ढक्कन से ढक दें और धीमी आंच पर 7-10 मिनट तक पकाएं. बीच-बीच में एक-दो बार चलाएं ताकि यह नीचे न लगे.
- पालक अपना पानी छोड़ेगा और उसी में पकेगा. यदि आपको लगे कि पानी बहुत कम है और सब्ज़ी नीचे लग सकती है, तो ¼ कप पानी डाल सकते हैं. लेकिन आमतौर पर जंगली पालक पर्याप्त पानी छोड़ता है.
- जब पालक पूरी तरह से गल जाए और पानी सूख जाए, तो ढक्कन हटा दें.
- सब्ज़ी को तेज़ आंच पर 2-3 मिनट के लिए और भूनें, जब तक कि अतिरिक्त पानी सूख न जाए और सब्ज़ी थोड़ी सूखी और खिली-खिली न हो जाए. इससे सब्ज़ी का स्वाद और भी बढ़ जाता है.
चरण 5: अंतिम स्पर्श
- आंच बंद कर दें.
- गरम मसाला डालें और अच्छी तरह मिलाएं.
- आप चाहें तो ऊपर से थोड़ा कटा हुआ हरा धनिया भी डाल सकते हैं (हालांकि जंगली पालक का अपना स्वाद बहुत मजबूत होता है, इसलिए यह वैकल्पिक है).
परोसने के सुझाव:
जंगली पालक की सब्ज़ी को गरमागरम परोसें:
- मक्के की रोटी, बाजरे की रोटी, या गेहूं की रोटी के साथ.
- दाल-चावल के साथ एक साइड डिश के रूप में.
- सादे चावल या पराठे के साथ भी इसका स्वाद बहुत अच्छा लगता है.
- आप इसके ऊपर थोड़ा सा देसी घी डालकर स्वाद को और बढ़ा सकते हैं.
कुछ खास सुझाव और विविधताएं:
- कम कड़वाहट के लिए: यदि आप जंगली पालक की थोड़ी कड़वाहट को कम करना चाहते हैं, तो इसे काटने से पहले थोड़े गर्म पानी में 2-3 मिनट के लिए उबाल लें और फिर ठंडे पानी से धो लें. हालांकि, यह इसके कुछ पोषक तत्वों को भी कम कर सकता है. प्राकृतिक कड़वाहट ही इसका अनोखा स्वाद है.
- प्रोटीन के लिए: आप इसमें उबले हुए चने, पनीर के टुकड़े, या तोफू भी डाल सकते हैं ताकि यह और अधिक पौष्टिक बन जाए.
- स्वाद बढ़ाने के लिए: अंत में नींबू का रस निचोड़ना सब्ज़ी के स्वाद को और भी उभार सकता है, खासकर यदि आपने टमाटर का उपयोग नहीं किया है.
- लहसुन का अधिक उपयोग: जंगली पालक के साथ लहसुन का स्वाद बहुत अच्छा लगता है. आप अपनी पसंद के अनुसार लहसुन की मात्रा बढ़ा सकते हैं.
- देसी तड़का: कुछ लोग अंत में घी या सरसों के तेल में साबुत लाल मिर्च और लहसुन का एक अलग तड़का लगाकर सब्ज़ी के ऊपर डालते हैं, जिससे स्वाद और भी बढ़ जाता है.
भंडारण:
बची हुई सब्ज़ी को एयरटाइट कंटेनर में फ्रिज में 2-3 दिनों तक रखा जा सकता है. परोसने से पहले दोबारा गरम कर लें.
यह जंगली पालक की सब्ज़ी न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह आपके शरीर को प्रकृति के कई अनमोल पोषक तत्व भी प्रदान करती है. इसे बनाएं और इस पारंपरिक भारतीय व्यंजन का आनंद लें!
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